एक्टर ने फिल्म के लिए जान लगाई दांव पर, घटाया 30 किलो वजन, पहचानना भी हुआ मुश्किल
बॉलीवुड का एक ऐसा एक्टर जिसका एक्टिंग के लिए डेडिकेशन बहुत ही हाई लेवल का है। एक्टर ने फिल्मों में अपने रोल को जस्टिफाई करने के लिए अपनी जान भी दांव पर लगा दी।
एक्टर ने एक बार नहीं बल्कि दो बार ऐसा किया। हम बात कर रहे हैं साल 2001 से बॉलीवुड में कदम रखने वाले अभिनेता रणदीप हुड्डा (Randeep Hooda) की, जिन्हें वन्स अपॉन ए टाइम इन मुंबई, साहेब, बीवी और गैंगस्टर, हाईवे, सरबजीत जैसी फिल्मों से पहचान मिली। उन्होंने अपनी अदाकारी से हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान कायम कर ली।
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पहली बार 18 किलो तो दूसरी बार 30 किलो घटाया वजन
रणदीप हुड्डा ने अपनी फिल्म सरबजीत के लिए 28 दिनों में 18 किलो वजन घटा लिया था। उन्हें देखकर पहचानना भी मुश्किल हो रहा था। अब ऐसा ही कुछ उन्होंने अपनी अपकमिंग मूवी स्वातंत्र्य वीर सावरकर (Swatantra Veer Savarkar) के लिए किया है।
इस मूवी में उन्होंने विनायक दामोदर सावरकर का किरदार निभाया है। कुछ समय पहले, एक्टिविस्ट के पोते ने रणदीप द्वारा अपने दादा के चित्रण की काफी सराहना की थी।
सावरकर के पोते ने की सराहना
वीडी सावरकर के पोते ने स्वातंत्र्य वीर सावरकर में निभाए गए उनके किरदार की सराहना की। विनायक दामोदर सावरकर के पोते, रंजीत सावरकर ने हाल ही में एएनआई से बात की और जिस तरह से रणदीप हुड्डा ने उनके दादा की जीवनी स्वातंत्र्य वीर सावरकर में मूवी में दिखाई है, इसको लेकर उन्होंने रणदीप हुड्डा की सराहना करते हुए कहा कि ''रणदीप हुडा के साथ मेरी कई बार चर्चा हुई। उन्होंने यह फिल्म इतनी मेहनत से बनाई है कि उन्होंने 30 किलो वजन कम किया है''
सावरकर ने यह भी कहा, ''फिल्म एक ऐसा माध्यम है जिसके जरिए इतिहास को नई पीढ़ी की ओर ले जाया जा सकता है। मुझे उम्मीद है कि उनके और अन्य क्रांतिकारियों के बारे में और फिल्में बनेंगी।''
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20 मिनट भी खुद को नहीं रख पाए बंद
लगभग दो सप्ताह पहले 26 फरवरी को दिवंगत राजनेता वीर सावरकर की पुण्यतिथि पर, हुड्डा ने वीर सावरकर के सम्मान में तस्वीरों की एक सीरिज शेयर की थी। कैप्शन में उन्होंने यह भी खुलासा किया कि राजनेता और कार्यकर्ता किस दौर से गुजर रहे होंगे।
एक्टर ने लिखा कि यह महसूस करने के लिए कि उन पर क्या गुजरी होगी। मैं 20 मिनट भी बंद नहीं रह सका जहां उन्हें 11 साल तक एकांत कारावास में बंद रखा गया था।
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