नरेंद्र मोदी ने मीटिंग छोड़ मोर को डलवाया था दाना- अमित शाह ने सुनाया किस्सा; फिल्ममेकर बोले- मगरमच्छ के बाद नई कहानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भारतीय राजनीति में 20 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक किताब का विमोचन किया। 11 मई को पीएम मोदी के राजनीतिक सफर पर लिखी किताब ‘मोदी@20 : ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ का विमोचन हुआ। कार्यक्रम में तमाम दिग्गज शामिल हुए।
प्रधानमंत्री के करीबी माने जाने वाले अमित शाह ने विमोचन के दौरान पीएम मोदी के व्यक्तित्व के कई पहलुओं का भी जिक्र किया। प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता के बारे में बात करते हुए शाह ने एक एक घटना बताई, जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तंज कसने शुरू कर दिए। तमाम लोग मजाक उड़ाते भी दिखे।
पत्रकार रणविजय सिंह ने अमित शाह के बयान को कोट करते हुए लिखा, “मोदी जी के ऑफिस में मीटिंग चल रही थी, तभी एक मोर आया और कांच की दीवार पर चोंच मारने लगा। 2-3 मिनट तक यह प्रक्रिया चली। मोदी जी ने घण्टी बजाकर किसी को बुलाया और कहा कि इसका दाना आज नहीं डाला गया है, यह भूखा है। यह बताता है कि मोदी जी कितने संवेदनशील व्यक्ति हैं। “
फिल्ममेकर ने उड़ाया मजाक: फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने इसी ट्वीट को कोट करते हुए लिखा, “बचपन की मगरमच्छ की अमर कहानी के बाद अब पेश है मोर की अद्भुत कहानी” वहीं, पत्रकार पूनम पाण्डेय ने ट्वीट कर पूछा कि आज का मास्टर स्ट्रोक क्या है? इसपर एक यूजर ने लिखा कि सुबह आंख खुलते ही सबसे पहले मोर को दाना डाल दिया गया ताकि उसे शीशे पर चोंच न मारनी पड़े!
यूजर्स भी मजे लेते दिखे: वहीं इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने भी अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। ओम प्रकाश तिवारी नाम के एक यूजर ने लिखा कि इसमें बुराई वाली क्या बात है? उन्होंने मीटिंग स्थागित नहीं की। वहीं मुकेश नाम के एक यूजर ने लिखा कि काश वो 700 किसान भी मोर होते? एक अन्य यूजर ने लिखा कि अगर ऐसा है तो नरेंद्र मोदी जी को देश की बेरोजगारी, महंगाई को लेकर भी संवेदनशील होना चाहिए।
बता दें कि अगस्त 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक बेहद दिलचस्प वीडियो शेयर किया था। जिसमें पीएम मोदी राष्ट्रीय पक्षी मोर को दाना चुगाते दिख रहे थे। वीडियो शेयर करते हुए पीएम मोदी ने एक कविता भी पोस्ट की थी।
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